- सनातन धर्म में 27 नक्षत्र है और उन नक्षत्र के हिसाब से 27 पेड़ पौधे लगाए जाते हैं और इससे जो वन तैयार होता है उसे नक्षत्र वन कहते हैं।
- नक्षत्र वन आध्यात्मिक ऊर्जा के रूप में बहुत ही सकारात्मक होता है नक्षत्र वन में बैठने मात्र से व्यक्ति को बहुत सारी सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
- सनातन धर्म में वृक्षों का खास महत्व है। इसके अलावा व्यक्ति के जन्म के नक्षत्र के अनुसार उस पेड़ के नीचे पूजा-पाठ करने से उसकी समस्याओं का निदान होता है। यहां भी इन सब बातों का ध्यान रखा गया है। साथ ही यह संदेश भी दिया गया है कि हर व्यक्ति को अपने जन्म नक्षत्र के अनुसार एक पौधा लगाना चाहिए।
27 नक्षत्र-पौधे के नाम
- अश्विनी – बांस
- भरणी – आंवला
- कृतिका – गूलर
- रोहणी – खैर
- मृगशिरा – पीपल
- आर्दा – बहेड़ा
- पुनर्वसु – बांस
- मघा – बरगद
- पुष्य – पीपल
- अश्लेषा – चंपा
- पूर्वा फाल्गुनी – बेल
- उत्तरा फाल्गुनी – अर्जुन
- हस्त – चमेली
- चित्रा – नारियल
- स्वाति – अर्जुन
- विशाखा – पारिजात
- ज्येष्ठा – निर्गुणी
- मूल – आम
- अनुराधा – मोलश्री
- पूर्वाष्ठा – अशोक
- उत्तराष्ठा कटहल
- श्रावण – आंवला
- घनिष्ठा – समी
- शतभिषा – कदम
- पूर्वा भद्रा – आम
- उत्तरा भद्रा – नीम
- रेवती – महुआ