- यह पुस्तकालय का मुख्य हेतु यह है कि भारत के आज के युवा हमारे ऋषि मुनियों का ज्ञान को समझ शके और उसको आगे बढ़ा शके।
- इस पुस्तकालय में मुख्य रूप से सनातन धर्म के धार्मिक पुस्तक एवं ऋषि मुनियों के ग्रंथ एवं दुनिया के महान दार्शनिक मनोवैज्ञानिक और तत्वज्ञानों के पुस्तकों को समाहित किया जाएगा।
- यहां युवाओं के लिए जो सच में कुछ ज्ञान अर्जित करना चाहते हैं उनको इस पुस्तकालय में पुस्तक को पढ़ने के लिए सारी व्यवस्था मुक्त में दी जाएगी।
- इस पुस्तकालय से भारत के महान ऋषि मुनियों का विज्ञान युवाओं के द्वारा पूरे भारत में फैलाया जाएगा।
